रहस्यमय पुराण प्रारंभ भाग -36
कल्प विस्तार वरणम्
कल्प गणना 10
ब्रह्माण्ड की आयु वेदिक गणना के अनुसार
“गणना करने की दूसरी विधि बतलाई जाती है”
12000 दिव्य वर्ष को 71 चतुर्युग के दिव्य वर्ष से भाग करे
12000/71=169.01408 एक चतुर्युग का दिव्य वर्ष
12000 दिव्य वर्ष को प्रत्येक चतुर्युग के दिव्य वर्ष से भाग करे इससे आपको सत्य-युग, त्रेता, द्वापर और कलयुग नाम वाले काल के अंक प्राप्त होगा
एक मनवन्तर के 12000 दिव्य वर्ष में 4000 दिव्य वर्ष के सत्य-युग होता है, 3000 दिव्य वर्ष के त्रेता होता है, 2000 दिव्य वर्ष के द्वापर होता है और 1000 दिव्य वर्ष के कलयुग होता है इसके द्वारा प्रत्येक युग में होने वाले देवताओं और मनुष्यों के वर्ष कितने कितने होते है यह बताया जाता है
12000/4000 = 3 सत्ययुग
12000/3000 = 4 त्रेता
12000/2000 = 6 द्वापर
12000/1000 = 12 कलयुग
12000 दिव्य वर्ष को 71 चतुर्युग से भाग करने पर जो अंक प्राप्त हुआ है उसे 3, 4, 6, 12 से भाग कर दीजिय इससे आपको प्रत्येक चतुर्युग काल के दिव्य वर्ष प्राप्त हो जायेगा
169.01408/3 = 56.33802 दिव्य वर्ष सत्ययुग
169.01408/4 = 42.25352 दिव्य वर्ष त्रेता
169.01408/6 = 28.169013 दिव्य वर्ष द्वापर
169.01408/12 = 14.084507 दिव्य वर्ष कलयुग
3, 4, 6 और 12 से भाग करने पर जो अंक प्राप्त हुआ है उसे 360 से गुना कर दीजिये इसके द्वारा आपको प्रत्येक युग में मनुष्यों वाला कितने वर्ष का होता है वह प्राप्त हो जाएगा
56.338027 X 360 = 20281.69 (सत्य-युग)
42.25352 X 360 = 15211.267 (त्रेता -युग)
28.169013 X 360 = 10140.845 (द्वापर -युग)
14.084507 X 360 = 5070.4225 (कलयुग)
20281.69 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से सत्य-युग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
15211.267 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से त्रेता-युग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
10140.845 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से द्वापर-युग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
5070.4225 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से कलयुग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
अब चारों युग के वर्ष को आपस में जोड़ दीजिय आपको एक चतुर्युग का सम्पूर्ण वर्ष प्राप्त हो जाएगा
सत्ययुग + त्रेता + द्वापर + कलयुग = एक चतुर्युग
20281.69 + 15211.267 + 10140.845 + 5070.4225 = 50704.225
50704.225 एक चतुर्युग का सम्पूर्ण वर्ष है
एक मनवन्तर में कितने वर्ष का चारों काल होता है इसको जानने के लिय सभी काल के प्राप्त वर्ष को 71 से गुना कर दीजिये
20281.69 X 71 = 1439963 सत्ययुग (1440000)
15211.267 X 71 = 1080000 त्रेता
10140.845 X 71 = 720000 द्वापर
5070.4225 X 71 = 360000 कलयुग
दिव्य वर्ष जानने के लिए प्राप्त अंक में 360 से भाग कर दीजिय आपको ऊपर बताये गए सभी दिव्य वर्ष प्राप्त हो जाएंगे
1439963/360 = 3999.988 (4000) सत्ययुग
1080000/360 = 3000 त्रेता
720000/360 = 2000 द्वापर
360000/360 = 1000 कलयुग
1439963 + 1080000 + 720000 + 360000 = 3599963
3999.988 + 3000 + 2000 + 1000 = 9999.988 (10000 दिव्यवर्ष)
मनुष्यो वाले जो दिन रात होते है इस हिसाब से 3599963 वर्ष (3600000 वर्ष) एक मनवन्तर में होते है इसको 360 से भाग करे आपको 10000 दिव्य वर्ष मिल जाएगा
3599963/360 = 9999.8972222222 (10000 दिव्यवर्ष)
169.01408/3=56.338027X360=20281.69X71=1439963/360=3999.988 (4000) सत्ययुग
169.01408/4=42.25352X360=15211.267X71=1080000/360=3000 त्रेता
169.01408/6=28.169013X360=10140.845X71=720000/360=2000 द्वापर
169.01408/12=14.084507X360=5070.4225X71=360000/360=1000 कलयुग
इस समय कलयुग नाम वाला समय चल रहा है जिसकी आयु 5070 या 5071 वर्ष है जिसमे अब तक 5015 वर्ष समाप्त हो चुका है यह गणना इस समय अग्रेजी गणना के अनुसार 2013 वर्ष से यह सभी गणना की गयी है इस युग को समाप्त होने में मात्र कुछ और ही समय बच गया है जिसके बाद सतयुग आरम्भ हो जाएगा
कल्प विस्तार वरणम्
कल्प गणना 10
ब्रह्माण्ड की आयु वेदिक गणना के अनुसार
“गणना करने की दूसरी विधि बतलाई जाती है”
12000 दिव्य वर्ष को 71 चतुर्युग के दिव्य वर्ष से भाग करे
12000/71=169.01408 एक चतुर्युग का दिव्य वर्ष
12000 दिव्य वर्ष को प्रत्येक चतुर्युग के दिव्य वर्ष से भाग करे इससे आपको सत्य-युग, त्रेता, द्वापर और कलयुग नाम वाले काल के अंक प्राप्त होगा
एक मनवन्तर के 12000 दिव्य वर्ष में 4000 दिव्य वर्ष के सत्य-युग होता है, 3000 दिव्य वर्ष के त्रेता होता है, 2000 दिव्य वर्ष के द्वापर होता है और 1000 दिव्य वर्ष के कलयुग होता है इसके द्वारा प्रत्येक युग में होने वाले देवताओं और मनुष्यों के वर्ष कितने कितने होते है यह बताया जाता है
12000/4000 = 3 सत्ययुग
12000/3000 = 4 त्रेता
12000/2000 = 6 द्वापर
12000/1000 = 12 कलयुग
12000 दिव्य वर्ष को 71 चतुर्युग से भाग करने पर जो अंक प्राप्त हुआ है उसे 3, 4, 6, 12 से भाग कर दीजिय इससे आपको प्रत्येक चतुर्युग काल के दिव्य वर्ष प्राप्त हो जायेगा
169.01408/3 = 56.33802 दिव्य वर्ष सत्ययुग
169.01408/4 = 42.25352 दिव्य वर्ष त्रेता
169.01408/6 = 28.169013 दिव्य वर्ष द्वापर
169.01408/12 = 14.084507 दिव्य वर्ष कलयुग
3, 4, 6 और 12 से भाग करने पर जो अंक प्राप्त हुआ है उसे 360 से गुना कर दीजिये इसके द्वारा आपको प्रत्येक युग में मनुष्यों वाला कितने वर्ष का होता है वह प्राप्त हो जाएगा
56.338027 X 360 = 20281.69 (सत्य-युग)
42.25352 X 360 = 15211.267 (त्रेता -युग)
28.169013 X 360 = 10140.845 (द्वापर -युग)
14.084507 X 360 = 5070.4225 (कलयुग)
20281.69 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से सत्य-युग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
15211.267 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से त्रेता-युग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
10140.845 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से द्वापर-युग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
5070.4225 वर्ष मनुष्यों के गणना विधि से कलयुग का समय होता है जो एक चतुर्युग के काल में होने वाले समय है
अब चारों युग के वर्ष को आपस में जोड़ दीजिय आपको एक चतुर्युग का सम्पूर्ण वर्ष प्राप्त हो जाएगा
सत्ययुग + त्रेता + द्वापर + कलयुग = एक चतुर्युग
20281.69 + 15211.267 + 10140.845 + 5070.4225 = 50704.225
50704.225 एक चतुर्युग का सम्पूर्ण वर्ष है
एक मनवन्तर में कितने वर्ष का चारों काल होता है इसको जानने के लिय सभी काल के प्राप्त वर्ष को 71 से गुना कर दीजिये
20281.69 X 71 = 1439963 सत्ययुग (1440000)
15211.267 X 71 = 1080000 त्रेता
10140.845 X 71 = 720000 द्वापर
5070.4225 X 71 = 360000 कलयुग
दिव्य वर्ष जानने के लिए प्राप्त अंक में 360 से भाग कर दीजिय आपको ऊपर बताये गए सभी दिव्य वर्ष प्राप्त हो जाएंगे
1439963/360 = 3999.988 (4000) सत्ययुग
1080000/360 = 3000 त्रेता
720000/360 = 2000 द्वापर
360000/360 = 1000 कलयुग
1439963 + 1080000 + 720000 + 360000 = 3599963
3999.988 + 3000 + 2000 + 1000 = 9999.988 (10000 दिव्यवर्ष)
मनुष्यो वाले जो दिन रात होते है इस हिसाब से 3599963 वर्ष (3600000 वर्ष) एक मनवन्तर में होते है इसको 360 से भाग करे आपको 10000 दिव्य वर्ष मिल जाएगा
3599963/360 = 9999.8972222222 (10000 दिव्यवर्ष)
169.01408/3=56.338027X360=20281.69X71=1439963/360=3999.988 (4000) सत्ययुग
169.01408/4=42.25352X360=15211.267X71=1080000/360=3000 त्रेता
169.01408/6=28.169013X360=10140.845X71=720000/360=2000 द्वापर
169.01408/12=14.084507X360=5070.4225X71=360000/360=1000 कलयुग
इस समय कलयुग नाम वाला समय चल रहा है जिसकी आयु 5070 या 5071 वर्ष है जिसमे अब तक 5015 वर्ष समाप्त हो चुका है यह गणना इस समय अग्रेजी गणना के अनुसार 2013 वर्ष से यह सभी गणना की गयी है इस युग को समाप्त होने में मात्र कुछ और ही समय बच गया है जिसके बाद सतयुग आरम्भ हो जाएगा


