रहस्यमय पुराण प्रारंभ भाग -०7
भूमण्डल विस्तार वरणम्
समुंद्र के ऊपरी भाग का संक्षेप में वर्णन
भूमण्डल विस्तार वरणम्
समुंद्र के ऊपरी भाग का संक्षेप में वर्णन
हिमबानपर्वत पर भारतवर्ष, हेमकुटपर्वत पर किम्पुरुषवर्ष (Europe),
नषेधपर्वत पर हरिवर्ष (Africa), नीलपर्वत पर रम्यकवर्ष (South America),
श्वेतपर्वत पर हिरमन्यवर्ष (North America), श्रींगवानपर्वत पर करूदेश
(Denmark), निषध के दक्षिण में एक महान शैलपर्वत है जिसे मालयवानवर्ष
(Australia) कहते है, उत्तर दिशा में धनु देश or भद्राश्व (North Atlantic)
और दक्षिण दिशा में संस्थ: देश or केतुमाल देश (South Atlantic) है
उत्तरकुरु वर्ष रूपी डेनमार्क भारत वर्ष के समान है
इलावृत वर्ष Bermuda के उत्तर Denmark में जो श्रिंगवान नामक पर्वत है इसके तीन शंकु रूपी पर्वत है जो उत्तर से दक्षिण के तरफ फैले हुय है इसमे बीच वाला श्रृंगी पर्वत “विषुवत रेखा” का विभाजन करता है इन देशों की प्रत्येक की चौड़ाई दो हजार योजन है तथा लम्बाई में पहले की अपेकक्षा पिछला क्रम से दसमांश से कुछ अधिक कम है चौड़ाई और उचाई तो सभी का समान है
क्रम से नील, श्वेत और श्रिंगवान नाम के तीन पर्वत है जो रम्यक रूपी North America, हिरमण्य रूपी South America और कुरु रूपी Denmark नाम के वर्षों को सीमा बांधता है ये पूर्व से पच्छिम तक खारे पानी के समुद्र तक फैला हुआ है
इलावृत देश Bermuda के दक्षिण में एक के बाद एक निषध, हेमकूट और हिमालय नाम के तीन पर्वत है ये पर्वत भी पूर्व से पच्छिम तक फैले हुय है ये दस दस हजार योजन ऊँचे है इनमे क्रम से हरिवर्ष रूपी Africa, किम्पुरुष रूपी Europe और भारत वर्ष रूपी Asia के सीमाओं को विभाग करता है
गन्धमादन और माल्यवान नाम के दो पर्वत है इनकी चौड़ाई दो दो हजार योजन की है ये भद्राश्व रूपी North Pole और केतुमाल रूपी South Pole नामक दो वर्षों की सीमा निश्चित करते है
इलावृत वर्ष Bermuda के उत्तर Denmark में जो श्रिंगवान नामक पर्वत है इसके तीन शंकु रूपी पर्वत है जो उत्तर से दक्षिण के तरफ फैले हुय है इसमे बीच वाला श्रृंगी पर्वत “विषुवत रेखा” का विभाजन करता है इन देशों की प्रत्येक की चौड़ाई दो हजार योजन है तथा लम्बाई में पहले की अपेकक्षा पिछला क्रम से दसमांश से कुछ अधिक कम है चौड़ाई और उचाई तो सभी का समान है
क्रम से नील, श्वेत और श्रिंगवान नाम के तीन पर्वत है जो रम्यक रूपी North America, हिरमण्य रूपी South America और कुरु रूपी Denmark नाम के वर्षों को सीमा बांधता है ये पूर्व से पच्छिम तक खारे पानी के समुद्र तक फैला हुआ है
इलावृत देश Bermuda के दक्षिण में एक के बाद एक निषध, हेमकूट और हिमालय नाम के तीन पर्वत है ये पर्वत भी पूर्व से पच्छिम तक फैले हुय है ये दस दस हजार योजन ऊँचे है इनमे क्रम से हरिवर्ष रूपी Africa, किम्पुरुष रूपी Europe और भारत वर्ष रूपी Asia के सीमाओं को विभाग करता है
गन्धमादन और माल्यवान नाम के दो पर्वत है इनकी चौड़ाई दो दो हजार योजन की है ये भद्राश्व रूपी North Pole और केतुमाल रूपी South Pole नामक दो वर्षों की सीमा निश्चित करते है
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