रविवार, 23 नवंबर 2014

रहस्यमय पुराण पर शोध - 5

"सिद्धांत or formula"

सनातन धर्म के हर चीज का एक सिद्धांत बनाया गया है जिससे मनुष्य भली भाती सभी चीजों की सही स्थिति को समझ सके जैसे धर्म ग्रन्थ को पढ़ने के लिय यह सिद्धांत है अगर कोई मनुष्य पुराण का वक्ता है तो उसका मुख उत्तर के तरफ होना चाहिए और सुनने वाले श्रोता का मुख दक्षिण की तरफ
इसी तरह से दूसरा सिद्धांत अगर कोई मनुष्य और धर्म का शास्त्र का वक्ता है तो उसका मुख पूर्व की ओर होना चाहिए और सुनने वाले श्रोता का मुख पच्छिम की तरह

इसी सिद्धांत के तहद पुराण में सभी बाते दिशाओं के द्वारा बताया जा रहा है जिसका केंद्र बिंदु जम्भू द्वीप-Bermuda है जो की पृथ्वी का मध्य center है

आपके सामने पुराण का रहस्य खोलने के लिए पहले "पृथ्वी विस्तारम" के वारे में प्रत्येक चीज को प्रमाण के द्वारा बताऊंगा इसके बाद अन्य रहस्यों को उजागर करूंगा, बहुत से मनुष्य इस बात का विद्रोही होगा की यह कदाचित ऐसा नहीं हो सकता जबकि सभी बाते मैं प्रमाण के द्वारा कहूँगा उसकी सत्यता जानने के लिय आप वहा जा कर इस बात का प्रमाण ले सकते है उसके बाद ही अपना प्रतिक्रियाएं दीजिय

"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:"

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